Sunday 24 January 2016

प्राचीन भारत का इतिहास


● संगम काल में कितनी रचनाओं का वर्णन है—2289
● संगम काल की प्रसिद्ध रचना कौन सी थी— तमिल व्याकरण ग्रंथ तोलकाप्पियम
● ‘तोलकाप्पियम’ की रचना किसने की— तोल काप्पियर ने
● चोल वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन-था—करिकाल
● करिकाल गद्दी पर कब बैठा— 190 ई. के लगभग
● किस चोल वंश के शासक ने उद्योग धंधे व कृषिको प्रोत्साहन दिया— करिकाल ने
● चोल काल में सर्वोच्च न्यायालय को क्या कहा जाता था— मनरम
● मानसून की खोज किसने की— मिस्त्र के नाविक हिप्पालस ने
● चोल काल में सूती वस्त्र उद्योग का प्रमुख कौन-सा था— उरैयूर
● पांड्यों की राजधानी कहाँ थी— मदुरै
● चेर वंश का शासन किस क्षेत्र पर था— केरल पर
● चेर वंश का प्रसिद्ध शासक कौन था— सेंगुट्टुवन
● किस शासक को ‘लालचेर’ कहा जाता था— सेंगुट्टुवन
# मौर्योत्तर काल:-
प्राचीन भारत का इतिहास:-
● अंतिम मौर्य सम्राट की हत्या किसने की—पुष्यमित्र ने
● शुंग वंश की स्थापना किसने की— पुष्यमित्र ने
● कण्व/काण्व वंश का संस्थापक कौन था—वासुदेव
● सातवाहन/आंध्र सातवाहन वंश
की स्थापना किसने की — सिमुक ने
● किसके अधीन सातवाहनों ने अधिकारियों के रूप में कार्य किया था— मौर्यों के अधीन
● कौन-सा कुषाण शासक था जिसने बौध धर्म अपना लिया था— कनिष्क
● कुषाण काल के दौरान मूर्तिकाल की गंधार शैली किन शैलियों का मिश्रण थी— इंडो- ग्रीक (भारतीय-यूनानी) शैली
● कनिष्क की राजधानी कहाँ थी — पुरुषपुर व मथुरा
● पुरुषपुर का दूसरा नाम क्या है— पेशावर
● चरक किसके राजवैद्य थे— कनिष्क
● तक्षशिला किस शैली की कला के लिए प्रसिद्ध है— गंधार कला के लिए
● भारत में सर्वप्रथम स्वर्ण मुद्राएं किसने चलवाई

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