Thursday 3 September 2015

भारतीय इतिहास पार्ट -2

पूर्व पाषाण युग के मानव पेड़ों के नीचे और पहाड़ों की गुफाओं में रहते थे।
– अग्नि का आविष्कार पूर्व पाषाण काल में और पहिये का आविष्कार नव पाषण काल में हुआ था।
– मिट्टी के बर्तन का सर्वप्रथम प्रयोग नव पाषण युग में किया गया था।
– भारत की प्रथम सभ्यता सिन्धुघाटी सभ्यता (हड़प्पा संस्कृति) है।
– 'मोहनजोदड़ों' सिन्धु नदी के किनारे स्थित था। जिसका शाब्दिक अर्थ होता है-मृतकों का टीला।
– मेसोपोटामिया का अर्थ होता है नदियों के बीच की भूमि। इसका आधुनिक नाम इराक है।
– भारत में आने वाले आर्य 'इंडो आर्य' कहलाये। आर्य 1500 ई. पू. के आसपास मध्य एशिया से भारत आये थे।
– आर्यों का सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद है एवं इनकी भाषा संस्कृत थी। आर्यों के समय समाज में चार वर्ण थे-ब्राह्राण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र।

– मगध राज्य के उत्थान में में बहिद्रथ वंश, हर्यक वंश, शिशुनाग वंश, नंद वंश और मौर्य वंश का मुख्य योगदान था।

– मौर्य राजवंश की स्थापना चन्द्रगुप्त मौर्य ने की थी। – विष्णुगुप्त का दूसरा नाम कौटिल्य या चाणक्य था। यह चन्द्रगुप्त मौर्य के गुरु थे।

– चन्द्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में मैगस्थनीज भारत आया था।

– चन्द्रगुप्त मौर्य की मृत्यु 298 ई.पू. में, श्रवणबेलगोला (कर्नाटक) में हुई थी।

चन्द्रगुप्त मौर्य का उत्तराधिकारी उसका पुत्र बिन्दुसार बना।

– बिन्दुसार की मृत्यु के बाद अशोक मगध की गद्दी पर बैठा।

– अशोक ने सिंहासनारूढ़ होने के बाद 'देवानामिपय, 'प्रियदर्शी उपाधि धारण की थी।

– कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया था।

– सांची के स्तूप का निर्माण अशोक ने करवाया था।

– कुषाण वंश का सर्वाधिक प्रसिद्ध शासक कनिष्क था।

– कनिष्क के शासनकाल में अश्वघोष, नागार्जुन, बसुमित्र और चरक विद्वान थे।

– नागार्जुन को भारत का आइंसटीन नाम से जाना जाता है।

– गुप्तकाल को भारतीय इतिहास में 'स्वर्ण युग' के नाम से जाना जाता है।

– गुप्त वंश का संस्थापक श्रीगुप्त थे और गुप्त वंश का प्रथम महान सम्राट चन्द्रगुप्त प्रथम था।

– भारतीय इतिहास में समुद्रगुप्त को 'भारतीय नेपोलियन' के नाम से जाना जाता है।

– प्राचीन भारतीय शासक समुद्रगुप्त को सौ युद्धों का विजेता माना जाता है।

– चीनी यात्री फाह्यान चन्द्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल में भारत आया था।

– नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमारगुप्त ने की थी।

– चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत का अंतिम हिन्दू सम्राट हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आया था।

– 'गीत गोविन्द' के रचयिता जयदेव लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे।

– राणाकुम्भा ने अपनी विजयों के उपलक्ष्य में विजय स्तम्भ का निर्माण कराया था।

– महमूद गजनवी ने 17 बार भारत पर आक्रमण किया था। भारत पर उसने पहला आक्रमण 1000 ई. में किया था।

– महमूद ने सोमनाथ के मंदिर पर 1025-26 ई. में आक्रमण किया था।

– महमूद के साथ अलबरूनी विद्वान भारत आया था।

– तराइन के प्रथम युद्ध (1191) में पृथ्वीराज चौहान की जीत हुई तथा दूसरे युद्ध (1192) में मुहम्मद गौरी की जीत हुई थी।

– भारत में मुसलमानी साम्राज्य की स्थापना मुहम्मद गौरी ने की।

– गुलाम वंश का संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक था, जो 'लाख बख्श' के नाम से प्रसिद्ध था।

– कुतुबमीनार की नींव कुतुबुद्दीन ऐबक ने डाली थी और इल्तुतमिश ने पूरा करवाया था।

– दिल्ली सल्तनत की प्रथम महिला सुल्तान रजिया बेगम थी।

– गुलाम वंश का अंतिम शासक शम्सुद्दीन था। – अलाउद्दीन खिलजी ने सिकन्दर-ए-सानी उपाधि धारण की थी।

– बाबर ने 'बाबरनामा' (तुजुके बाबरी) ग्रंथ की रचना की थी।

– अकबर दरबार के नवरत्न थे–मुल्ला दो प्याजा, हकीम हुमाम, अब्दुर्रहीम खानखाना, अबुल फजल, तानसेन, राजा मानसिंह, रोजा टोडरमल, फैजी एवं बीरबल।

– शाहजहाँ के शासनकाल को भारत में मुगल शासन का 'स्वर्ण युग' माना जाता है।

– शाहजहाँ के स्थापत्य कला की महत्वपूर्ण कृतियाँ थीं-दिल्ली का लालकिला, जामा मसिजद, ताजमहल, लाल-किला में दीवाने आम, दीवाने खास, रंग महल एवं मोती मस्जिद।

– अकबर के शासनकाल में तानसेन, बाज बहादुर, बाबा रामदास एवं बैजू बावरा प्रसिद्ध गायक थे।

– भारत में सर्वप्रथम 1498 ई. में पुर्तगाली वास्को-डि-गामा आया था।

– भारत में पहला 1505 ई. में पुर्तगाली गवर्नर जनरल बनकर फ्रांसिस्को द अल्मीडा आया था।

– भारत में सबसे पहले डच आया था-कारनेलिस डेहस्तमान, 1596 ई. में।

– भारत में 'डच इंडिया' कम्पनी की स्थापना 1602 ई. में हुई थी।

– भारत में अंग्रेजी की ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापना 31 दिसम्बर, 1600 ई. में (महारानी एलिजाबेथ से आज्ञा पत्र प्राप्त कर) हुई थी।

– इंगलैण्ड के राजा जेम्स प्रथम से आज्ञा पत्र लेकर कम्तान हाकिन्स 1608 ई. में जहाँगीर के दरबार में आया था।

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